ये बहुत नई-नई सी बात है
नोबल साहित्य सम्मान 2020 की घोषणा होने के तुरंत बाद टेलीफोनिक साक्षात्कार के लिए नोबल मीडिया की ओर से लुईस ग्लूक को फोन किया गया। अल्लसुबह एक कप कॉफी की चाहत के साथ, लुईस ने अपने घर से संक्षेप में बात की। साक्षात्कारकर्ता थे, चीफ़ साइंटिफिक अधिकारी एडम स्मिथ. (स्रोत : नोबल प्राइज़.ऑर्ग/ अनुवाद : उपमा ऋचा)
लुईस ग्लूक : हैलो
एडम स्मिथ : हैलो मेरा नाम एडम स्मिथ है, मैं नोबल प्राइज़ डॉट ऑर्ग से बोल रहा हूं। क्या मैं लुईस ग्लूक से बात कर सकता हूं?
लुईस : हां लेकिन क्या हमारी बात रिकॉर्ड की जा रही हैं, क्योंकि वाक़ई मैं ऐसा नहीं कर सकती।
एडम : मैं आश्वस्त करता हूं कि इस बातचीत में कुछ भी कष्टदायक नहीं होगा।अगर हम दो-तीन मिनट की बातचीत को रिकॉर्ड कर लें, तो आपको कोई दिक़्क़त तो नहीं?
लुईस : नहीं मुझे कोई दिक़्क़त नहीं, लेकिन मुझे थोड़ी कॉफी चाहिए, अभी! इसलिए बस दो मिनट!
एडम : बहुत शुक्रिया! क्या इन दो मिनट में मैं आपसे पूछ सकता हूं कि नोबल प्राइज़ आपके लिए क्या मायने रखता है?
लुईस : कह नहीं सकतीI मुझे सबसे पहले ख़याल आया कि ‘मेरा कोई मित्र नहीं रहेगा,’ क्योंकि मेरे सभी मित्र लेखक हैं। लेकिन फिर मैंने सोचा, ‘नहीं ऐसा नहीं होगा।‘ क्या आप जानते हैं, ये बहुत नई-नई सी बात है। सच में मैं नहीं जानती कि इसके क्या मायने हैं। ये बहुत बड़ा क्षण है। लेकिन मैं व्यावहारिक रूप से सोचती हूं, तो मैं एक और घर खरीदना चाहती हूं। वेर्मोंत में एक नया घर… कैम्ब्रिज में मेरे पास एक कोंडमिनिअम है, मगर मैं सोचती हूं कि अब मैं एक घर खरीद सकती हूं। लेकिन मेरा ध्यान ख़ासतौर पर उन लोगों के साथ अपना जीवन जोड़ने पर है, जिन्हें मैं प्यार करती हूं।‘
एडम : इसके पीछे एक तरह की घुसपैठ भी हो सकती है।
लुईस : हां फोन हर समय बजता रहता है। यह अभी भी बज रहा है, मेरे कानों में चीख रहा है।
एडम : मैं पूरी तरह समझ सकता हूं। जो आपके काम से परिचित नहीं, क्या आप उन्हें शुरुआत करने के लिए कोई सुझाव देना चाहेंगी?
लुईस : मेरी सभी किताबें एक-दूसरे से अलग हैं। मैं उन्हें सलाह दूंगी कि वे मेरी पहली किताब को तब तक न पढ़े, जब तक कि अपमान, तिरस्कार महसूस न करना चाहें। लेकिन उसके बाद की सभी दिलचस्प हैं। मुझे अपनी नई किताब पसंद है। ‘Averno’से शुरुआत की जा सकती है या Faithful and Virtuous Night’से!
एडम : इस समय अनुभूत सत्य के मूल्य पर बहुत बल दिया जा रहा है। आपको क्या लगता है कि किसी घटना के बारे में संवाद करने के लिहाज़ से यह कितने महत्वपूर्ण हैं?
लुईस : हे प्रभु! अभी बस सुबह हुई ही है और ये बहुत बड़ा सवाल है। बेशक इस बारे में बहुत कुछ कहा जा सकता है, बहुत कुछ है मेरे पास इस विषय में कहने के लिए लेकिन…
एडम : जी आपके लेखन में ही बहुत सी विशेषताएं हैं, लेकिन ठीक है उनके बारे में हम अगली बार बात कर सकते हैं।
लुईस : दो मिनट हो गए क्या ?
एडम : हां, मुझे दुख है कि आपको काफी तकलीफ़ हुई। एक बार फिर धन्यवाद और बधाई!
लुईस : धन्यवाद !
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