सोच का एक दूसरा रास्ता हमेशा होता है : अब्दुलरजाक गुरना का विचारलोक

सोच का एक दूसरा रास्ता हमेशा होता है : अब्दुलरजाक गुरना का विचारलोक

लेखक और अनुवादक। यूनिवर्सिटी ऑफ केंट से अंग्रेजी और उत्तर-औपनिवेशिक साहित्य के रिटायर्ड प्रोफेसर अब्दुलरजाक गुरना का जन्म 1948 में तंजानिया के जंजीबार में हुआ था| 1960 के दशक में परिस्थितियों ने उनके नाम के साथ शरणार्थी की पहचान जोड़ दी| उसी पहचान को लेकर वे यूनाइटेड...