अभिज्ञात

अभिज्ञात

    वरिष्ठ कवि और लेखक-पत्रकार। दो उपन्यास, तीन कहानी संग्रह और दस कविता संग्रह प्रकाशित। ख़ुशी वह बेईमान थामैं उसे खुश रखना चाहता थासो मैंने उसे बेईमानी करने दीऔर खुद भी खुश रहा। जुगनू मेरी आंखों मेंआशाओं के कुछ जुगनू हैंझिलमिल आंसूऔर टूटे हुए कई ख़्वाबतुम...