युवा कवि।पत्र-पत्रिकाओं में कविताएँ और अनुवाद प्रकाशित। पिता की स्मृति तुम आओगेमैं जानता हूँया तो प्रश्नवाचक चिह्नों से पहलेया फिर विस्मयादिबोधक चिह्नों के पार सकल रूप धर न भी आओसरसराती हुई हवा याखड़कते पत्तों की-सी दबी आवाज मेंदूर आकाश में देर रात उड़ते किसी वायुयान के...
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