प्रस्तुति : मनोज मोहन हिंदी के साहित्यिक-सांस्कृतिक दुनिया में निरंतर सक्रिय। वर्तमान में सीएसडीएस की पत्रिका ‘प्रतिमान : समय समाज संस्कृति’ के संपादकीय विभाग से संबद्ध। भारतीय शिक्षा की बात करें तो उसके तीन स्तर उभर कर आते है–स्कूली शिक्षा, उच्चशिक्षा और...
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