कविताएं : अशोक सिंह

कविताएं : अशोक सिंह

जिला साक्षरता समिति दुमका में जिला कार्यक्रम प्रबंधक।  दो कविता संग्रह‘कई-कई बार होता है प्रेम’और ‘असहमति में उठे हाथ’। कठपुतलियां कठपुतलियां नाच रही हैंसदियों सेसदियों से कुछ अदृश्य हाथनचा रहे हैं उन्हेंअंगुलियों के इशारे पर कठपुतलियां थक चुकी हैंसदियों से...
कविताएं : अशोक सिंह

कविताएं : अशोक सिंह

जिला साक्षरता समिति दुमका में जिला कार्यक्रम प्रबंधक।  दो कविता संग्रह‘कई-कई बार होता है प्रेम’और ‘असहमति में उठे हाथ’। कठपुतलियां कठपुतलियां नाच रही हैंसदियों सेसदियों से कुछ अदृश्य हाथनचा रहे हैं उन्हेंअंगुलियों के इशारे पर कठपुतलियां थक चुकी हैंसदियों से...