भविष्य कल्पना – पश्चिमी खिड़कियां : अवधेश प्रसाद सिंह

भविष्य कल्पना – पश्चिमी खिड़कियां : अवधेश प्रसाद सिंह

वरिष्ठ लेखक, भाषाविद और अनुवादक। पश्चिम में भविष्य कल्पना की एक दीर्घ परंपरा है। थामस मोर ने 1516 में अपनी पुस्तक ‘यूटोपिया’ में एक ऐसे राज्य की कल्पना की थी, जो हर तरह की दुरवस्था और दुर्नीति से मुक्त एक जनहितकारी, उत्कृष्ट, समानता पर आधारित व्यवस्था वाला कल्पलोक था।...
रिश्ता : अवधेश प्रसाद सिंह

रिश्ता : अवधेश प्रसाद सिंह

    वरिष्ठ लेखक, भाषाविद और अनुवादक। संपादन -‘हिंदी का भविष्य’।   ऐंबुलेंस की आवाज से ही लग गया कि रवि जी नहीं रहे। गांव में घुसते ही तीसरा घर था रवि जी का। घर से लगभग आधे किलोमीटर दूर बड़ी सड़क से निकलकर एक छोटी सड़क जहां गांव की ओर मुड़ती थी, उसी कोने पर...
ऐनी सेक्सटन (अमेरिका), अनुवाद : अवधेश प्रसाद सिंह

ऐनी सेक्सटन (अमेरिका), अनुवाद : अवधेश प्रसाद सिंह

  वरिष्ठ लेखक, भाषाविद और अनुवादक।   (१९२८-७४) अमेरिकी कवयित्री। ‘लिव ऑर डाइ’ पुस्तक के लिए पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित। साहस साहस हम देखते हैंछोटी-छोटी चीजों मेंजैसे बच्चे के पहले कदम मेंभूकंप जैसे भयानक समय मेंपहली बार बाइक चलाते समयजब आप गिरे होंगे पटरी...
तुर्की-सीरिया भूकंप – कुछ कविताएं, अनुवाद -अवधेश प्रसाद सिंह

तुर्की-सीरिया भूकंप – कुछ कविताएं, अनुवाद -अवधेश प्रसाद सिंह

    वरिष्ठ लेखक, भाषाविद और अनुवादक। तुर्की और सीरिया में मरनेवालों की संख्या लगभग ४१ हजार से ऊपर पहुंच गई है।विश्व में ऐसा विनाशकारी भूकंप बहुत कम आया है।हजारों मकान ढेर हो गए।जिन सड़कों पर भारी ट्रैफिक रहती थी, वहां धूल-धूसरित शवों के स्तूप बन गए।बर्फीली...
तीजी : अवधेश प्रसाद सिंह

तीजी : अवधेश प्रसाद सिंह

वरिष्ठ लेखक, भाषाविद और अनुवादक। पीपल की फुनगी से उतरता सूरज अपना पीला चेहरा ईख के सूखे पत्तों में छिपाने की जुगत में था।दिन भर खेत-पथार में खटने के बाद गांव के किसान-मजदूर अब फरागत पाकर हाथ-पैर धो रहे थे।कुछ लोग अपने मवेशियों की नाद में चारे की आखिरी टोकरी डाल चुके...