मेधाबोट (ए आई) की कविताएं, टिप्पणी और अनुवाद : अवधेश प्रसाद सिंह

मेधाबोट (ए आई) की कविताएं, टिप्पणी और अनुवाद : अवधेश प्रसाद सिंह

कंप्यूटर प्रोग्राम जिस तरह से बढ़ रहे हैं, वे मनुष्य के मस्तिष्क के अनुरूप कार्य करते प्रतीत होने लगे हैं। मशीन लर्निंग के इधर उभरते हुए इलाकों को देखकर इसका अनुमान लगाया जा सकता है। स्मार्टफोन का वॉयस असिस्टेंट या इमेज रिकग्निशन भी इसका एक उदाहरण है, जो तंत्रिका...
रामचंद्र गुहा से साक्षात्कार, अंग्रेजी से अनुवाद :अवधेश प्रसाद सिंह

रामचंद्र गुहा से साक्षात्कार, अंग्रेजी से अनुवाद :अवधेश प्रसाद सिंह

बहस और संवाद को प्रोत्साहित करने में गांधी की ताकत असीम थी रामचंद्र गुहा(जन्म : 1958) साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित कई पुरस्कारों से पुरस्कृत रामचंद्र गुहा एक इतिहासकार और जीवनी लेखक हैं। सबसे महत्वपूर्ण काम महात्मा गांधी की दो खंडों में जीवनी है। पहला खंड, ‘गांधी...
जयंत महापात्र की कविताएं, अनुवाद- अवधेश प्रसाद सिंह

जयंत महापात्र की कविताएं, अनुवाद- अवधेश प्रसाद सिंह

वरिष्ठ लेखक, भाषाविद और अनुवादक। भूख मेरे लिए यह मानना मुश्किल था किमेरा शरीर मांस से लदा हुआ था मछुआरे की नसें तन रही थींउसने अपने जाल को समुद्र से खींचते हुएलापरवाही से पूछाक्या तुम उसका उपभोग करना चाहोगेमानो उसके शब्द उसके उद्देश्य कोपवित्र कर रहे थेजिसे वह अपने...
भविष्य कल्पना – पश्चिमी खिड़कियां : अवधेश प्रसाद सिंह

भविष्य कल्पना – पश्चिमी खिड़कियां : अवधेश प्रसाद सिंह

वरिष्ठ लेखक, भाषाविद और अनुवादक। पश्चिम में भविष्य कल्पना की एक दीर्घ परंपरा है। थामस मोर ने 1516 में अपनी पुस्तक ‘यूटोपिया’ में एक ऐसे राज्य की कल्पना की थी, जो हर तरह की दुरवस्था और दुर्नीति से मुक्त एक जनहितकारी, उत्कृष्ट, समानता पर आधारित व्यवस्था वाला कल्पलोक था।...
रिश्ता : अवधेश प्रसाद सिंह

रिश्ता : अवधेश प्रसाद सिंह

    वरिष्ठ लेखक, भाषाविद और अनुवादक। संपादन -‘हिंदी का भविष्य’।   ऐंबुलेंस की आवाज से ही लग गया कि रवि जी नहीं रहे। गांव में घुसते ही तीसरा घर था रवि जी का। घर से लगभग आधे किलोमीटर दूर बड़ी सड़क से निकलकर एक छोटी सड़क जहां गांव की ओर मुड़ती थी, उसी कोने पर...