दक्षिण भारतीय आदिवासी कविताएं, अनुवाद : अरिंदम

दक्षिण भारतीय आदिवासी कविताएं, अनुवाद : अरिंदम

मदकम लक्ष्मण कोया (तेलुगु) आंध्र प्रदेश के पूर्व गोदावरी क्षेत्र के युवा आदिवासी तेलुगु कवि। ओ आदिवासी तुम वर्षा में भीगते होधूप में सूखते होजाड़े में कांपते होखाते तब हो जब पाते होऔर उपवास रहते होजब कुछ नहीं मिलतातुम अकेले होऔर बड़ी शक्तियां टांग अड़ाती हैंहो सकता है...