औरत : गुलाम गौश अंसारी

औरत : गुलाम गौश अंसारी

      युवा कवि।इन दिनों बिट्स पिलानी के के बिड़ला गोवा कैंपस में शोधार्थी। वैसे तो औरत भूला नहीं करती वे चीजेंजो होती हैं उसकी ज़ात से मंसूबपर औरत होती है कुछ चीजों को भूलने की अभ्यस्तयदि न भूल पाए तो भूलने का करती है स्वांगजैसे मेरी मां एक क्षण कराह उठती...