गजल लेखन में सक्रिय। गजल, उपन्यास, कहानी, आलोचना आदि की तीस पुस्तकें प्रकाशित। अद्यतन गजल संग्रह ‘घाट हजारों इस दरिया के’। बर्फ गिर चुकी है। तीन दिन तक बर्फबारी। रुक-रुककर तो कभी निरंतर। बर्फ इतनी गिरी है कि हर शय का चेहरा, बर्फ का चेहरा बन गया है। हर तरफ सफेद रंग।...
सात उपन्यास, बाईस कहानी संग्रह, तीन नाट्य संग्रह तथा तीन वैचारिक लेखों के संकलन। फिलहाल टाटा स्टील से अवकाश प्राप्ति के बाद पूर्णकालिक लेखन। गांव के एक छोटे किसान पलकधारी का बेटा तरेगन प्रसाद एक बहुत ही मेधावी और विलक्षण लड़का था। गांववाले उस पर फख्र करते थे और उसे...
गजल लेखन में सक्रिय। गजल, उपन्यास, कहानी, आलोचना आदि की तीस पुस्तकें प्रकाशित। अद्यतन गजल संग्रह ‘घाट हजारों इस दरिया के’। 1.बदन की खोलकर पुस्तक बिखर जाने को जी चाहेबहुत जिंदा रहे, थोड़ा-सा मर जाने को जी चाहेमुसाफिर हूँ मैं ऐसा सरफिरा मेरी न पूछो...
गजल लेखन में सक्रिय। गजल, उपन्यास, कहानी, आलोचना आदि की तीस पुस्तकें प्रकाशित। अद्यतन गजल संग्रह ‘घाट हजारों इस दरिया के’। 1.बदन की खोलकर पुस्तक बिखर जाने को जी चाहेबहुत जिंदा रहे, थोड़ा-सा मर जाने को जी चाहेमुसाफिर हूँ मैं ऐसा सरफिरा मेरी न पूछो...
गजल लेखन में सक्रिय। गजल, उपन्यास, कहानी, आलोचना आदि की तीस पुस्तकें प्रकाशित। अद्यतन गजल संग्रह ‘घाट हजारों इस दरिया के’। वो किसी प्राइवेट स्कूल से रिटायर हुए अध्यापक थे। उम्र साठ-बासठ, लेकिन तंगदस्ती और तंगहाली ने उन्हें ज्यादा बूढ़ा बना दिया था। उनके दोनों कंधे थोड़ा...
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