रोटियाँ : जितेंद्र जलज कविता कविता संग्रह- ‘चिड़ियों ने आत्महत्या नहीं की’। रोटियाँ उसे भूख लगी है और उसके पास रोटी नहीं है उसके पास रोटी नहीं है तो उसे भूख क्यों लगी? इसके लिए किसी अदालत में भूख पर मुकदमा भी ठोंका नहीं जा सकता है सरकार रोटियाँ बांट रही है लेकिन भूखों की कतार...
Recent Comments