औरत और पोस्टर : कमल कुमार

औरत और पोस्टर : कमल कुमार

चर्चित लेखिका। कहानी, उपन्यास, कविता, आलोचना, स्त्री-विमर्श पर 33 पुस्तकें।   वह दफ्तर से बाहर निकली तो रात-सी घिर आई थी। सर्दी की शामें छोटी होती हैं। दिन रहते ही अंधेरा छा जाता है। उसने घड़ी देखी, समय ज्‍यादा नहीं हुआ था। वह स्‍कूटर लेगी और दस मिनट में घर पहुंच...