एक काव्यसंग्रह ‘जहाँ कवि होगा’, तीन उपन्यास ‘किधर जाऊँ’, ‘चींटियों की वापसी’ और ‘मेघा के बरसे अउ महतारी के परोसे’। उन दिनों मेरी नियुक्ति बतौर शिक्षक कांकेर के एक अंदरूनी गांव में हुई थी। तब कांकेर जिला मुख्यालय न होकर विशाल बस्तर जिले की मात्र एक...
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