प्रातः स्मरणीय सीताराम सेकसरिया – एकला चलो रे! :  कुसुम खेमानी

प्रातः स्मरणीय सीताराम सेकसरिया – एकला चलो रे! : कुसुम खेमानी

वरिष्ठ लेखिका ‘सच कहती कहानियाँ’, ‘एक अचम्भा प्रेम’ (कहानी संग्रह)। ‘एक शख्स कहानी-सा’ (जीवनी) ‘लावण्यदेवी’, ‘जड़ियाबाई’, ‘लालबत्ती की अमृतकन्या’ (उपन्यास) आदि चर्चित रचनाएँ। एक दस-बारह वर्ष का छोटा-सा लड़का अपने पितामह की धू-धू जलती चिता को देख रहा है, लेकिन उसकी आँखों...
मारवाड़ी राजबाड़ी : डॉ. कुसुम खेमानी

मारवाड़ी राजबाड़ी : डॉ. कुसुम खेमानी

वरिष्ठ लेखिका ‘सच कहती कहानियाँ’, ‘एक अचम्भा प्रेम’ (कहानी संग्रह)। ‘एक शख्स कहानी-सा’ (जीवनी) ‘लावण्यदेवी’, ‘जड़ियाबाई’, ‘लालबत्ती की अमृतकन्या’ (उपन्यास) आदि चर्चित रचनाएँ। (गतांक से आगे) वह अस्पताल क्या था एक अजूबा था।दो एकदम यकसाँ बनी भव्य इमारतें एक-दूसरे से सटी...
मारवाड़ी राजबाड़ी : डॉ. कुसुम खेमानी

मारवाड़ी राजबाड़ी : डॉ. कुसुम खेमानी

वरिष्ठ लेखिका ‘सच कहती कहानियाँ’, ‘एक अचम्भा प्रेम’ (कहानी संग्रह)। ‘एक शख्स कहानी-सा’ (जीवनी) ‘लावण्यदेवी’, ‘जड़ियाबाई’, ‘लालबत्ती की अमृतकन्या’ (उपन्यास) आदि चर्चित रचनाएँ। (गतांक से आगे) विस्मयकारी है यह जानना कि वे एक-दूसरे से इतनी रली-मिली सहेलियां थीं कि जुड़वा...
मारवाड़ी राजबाड़ी : डॉ. कुसुम खेमानी

मारवाड़ी राजबाड़ी : डॉ. कुसुम खेमानी

वरिष्ठ लेखिका ‘सच कहती कहानियाँ’, ‘एक अचम्भा प्रेम’ (कहानी संग्रह)। ‘एक शख्स कहानी-सा’ (जीवनी) ‘लावण्यदेवी’, ‘जड़ियाबाई’, ‘लालबत्ती की अमृतकन्या’ (उपन्यास) आदि चर्चित रचनाएँ। (गतांक से आगे) धीर गंभीर शीलवान का रूप धरे ॠतु ने बहुत ही शांति से ये सारे रूप विचारे पर भीतर...
मारवाड़ी राजबाड़ी : डॉ. कुसुम खेमानी

मारवाड़ी राजबाड़ी : डॉ. कुसुम खेमानी

वरिष्ठ लेखिका ‘सच कहती कहानियाँ’, ‘एक अचम्भा प्रेम’ (कहानी संग्रह)। ‘एक शख्स कहानी-सा’ (जीवनी) ‘लावण्यदेवी’, ‘जड़ियाबाई’, ‘लालबत्ती की अमृतकन्या’ (उपन्यास) आदि चर्चित रचनाएँ। (गतांक से आगे) पूर्व दिशा में प्रभास की लाली छा कर उषा के आगमन की प्रतीक्षा कर रही थी, कि...