कविता और जीवन का संवाद : मधु सिंह

कविता और जीवन का संवाद : मधु सिंह

    युवा लेखिका।विद्यासागर विश्वविद्यालय, मेदिनीपुर में पीएच.डी. की शोध छात्रा।कोलकाता के खुदीराम बोस कॉलेज में शिक्षण। कविता और मनुष्य का पुराना सृजनात्मक नाता है।कविता मानव मन की कई उलझनों को स्पष्ट करने और कई बार चेतना को जगाने का काम करती है।यह गहरे...
नया विश्व : लोकतंत्र की संस्कृति, प्रस्तुति : मधु सिंह

नया विश्व : लोकतंत्र की संस्कृति, प्रस्तुति : मधु सिंह

विद्यासागर विश्वविद्यालय, मेदिनीपुर में पीएच.डी. की शोध छात्रा।कोलकाता के खुदीराम बोस कॉलेज में शिक्षण। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष पर यह परिचर्चा है।स्वतंत्रता और लोकतंत्र के बीच एक संबंध है।गांधी ने इनके संबंध की व्याख्या तरह-तरह से की है।उन्होंने किसानों, स्त्रियों और...
पूर्वोत्तर की कविताएं : अरुणाचल प्रदेश

पूर्वोत्तर की कविताएं : अरुणाचल प्रदेश

मैमंग दई अरुणाचल प्रदेश की अंग्रेजी में लेखन करने वाली कवि- पत्रकार।कई पुस्तकें प्रकाशित। अंग्रेजी से अनुवाद :मधु सिंह युवा कवयित्री।पीएच.डी. की शोध छात्रा।खुदीराम बोस कॉलेज में शिक्षण। कोई सपना शेष नहीं दिन कुछ भी नहींरात में भी पौधे और पत्तियांधीरे-धीरे बढ़ ही जाती...
नई कविता आंदोलन और नरेश मेहता : प्रस्तुति मधु सिंह

नई कविता आंदोलन और नरेश मेहता : प्रस्तुति मधु सिंह

प्रस्तुति : मधु सिंह विद्यासागर विश्वविद्यालय, मेदिनीपुर में एम.फिल. की शोध छात्रा। कोलकाता के खुदीराम बोस कॉलेज में शिक्षण। नई कविता में परंपरागत कविता से आगे नए भावबोध की अभिव्यक्ति के साथ ही नए मूल्यों और नए शिल्प विधानों का अन्वेषण किया गया है।भाव, विचार और भाषा...
क्यों ज़रूरी हैं गांधी.

क्यों ज़रूरी हैं गांधी.

यक़ीनन महात्मा गांधी बहुत दोहराया गया विषय है, परंतु चरखा कातने से लेकर लेखन तक और दलित सुधार, गौ रक्षा, ग्राम स्वराज, प्राकृतिक चिकित्सा, अंत्योदय और श्रम की पूंजी के समर्थन से लेकर सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह तक उनके व्यक्तित्व के इतने कोण हैं। इतनी संभावनाएं हैं कि...