वरिष्ठ लेखक। चार कथा संग्रह प्रकाशित। संप्रति स्वतंत्र लेखन। स्त्री की रोटी स्त्री जब बेलती है रोटीतो रोटी स्वतः ही बिलने लगती हैगोल आकार मेंपति से चुहल करते हुएध्यान कहीं और उलझा रहता है स्त्री कापर हथेलियों में फंसा बेलनफिसलता है लोई पर यूंकि रोटी...
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