हिंदी से बांग्ला और बांग्ला से हिंदी में अनुवाद कार्य। बांग्ला कविता संग्रह ‘अंतर मम’। करना चाहती हूँ एक दस्तखत न सेमल वन न पलाशऔर न ही शाल वनों को घेर कर होता हैस्त्री का प्रेमऔर न ही उसकी देह गंध खंडहरों के बीचतलाशती है अपना प्रेमबीहड़ों में पीली पतझड़...
बांग्ला के प्रसिद्ध कवि। कविता–संग्रह ‘पागली तोमार संगे’ के लिए 2000 में साहित्य अकादमी पुरस्कार। हिंदी और बांग्ला में कविता लेखन एवं अनुवाद, छत्तीसगढ़ जन संस्कृति मंच की अध्यक्ष। 1- हम हैं पथिक पेड़ का नाम पेड़ हैंधूल का नाम धूलनदियों के...
Recent Comments