वर्तमान में एम. फिल. के लिए शोधरत। ‘रचनाकारों की सृजनधर्मिता’ शीर्षक साझा शोधपरक पुस्तक में लेखन। सवाल की तरह होना मेरे मन के अंदरअनेक प्रश्न मौजूद हैंजिनका दरवाजाजंगल की ओर खुलता हैवहां हैं खूंखार बाघ, रीछ और तेंदुए घात लगाएजैसे ही कोई प्रश्न दरवाजे के बाहर आएउस पर...
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