नरेंद्र पुंडरीक

नरेंद्र पुंडरीक

    सुपरिचित कवि। अद्यतन कविता संकलन ‘इन हाथों के बिना’। केदारनाथ अग्रवाल स्मृति शोध संस्थान से जुड़े। मृत्यु समय जब लोग सुबहसूरज की तरह उठकरकाम के लिए निकल रहे हों ऊर्जा से भरे हुएहवा और धूप के हाथहाथ में लेकर घूम रहे हों चिड़ियां दानें की तलाश मेंकोसों दूर...
नरेंद्र पुंडरीक

नरेंद्र पुंडरीक

      सुपरिचित कवि।अद्यतन कविता संकलन ‘इन हाथों के बिना’।केदारनाथ अग्रवाल स्मृति शोध संस्थान से जुड़े। यह पृथ्वी हमारा घर है जितना सब को मालूम थाउतना मुझको भी मालूम है किकिसी सुबह शाम या आधी रात कोचला जाऊंगा मैंपता नहींईश्वर कहां रखेगा मेरी आत्मा को अपनी...
किस बूते धरती पर टिकते : नरेन्द्र पुण्डरीक

किस बूते धरती पर टिकते : नरेन्द्र पुण्डरीक

        सुपिरिचित कवि। अद्यतन कविता संकलन ‘इन हाथों के बिना’। केदारनाथ अग्रवाल स्मृति शोध संस्थान से जुड़े। जब मैं पैदा हुआ थाचांद में बैठी एक बुढ़िया की चर्चा हो रही थीबुढ़िया के काम के बारे मेंहर आदमी के अलग-अलग विचार थेपचास साल के आस-पास थे पिताइन...
किस बूते धरती पर टिकते : नरेन्द्र पुण्डरीक

किस बूते धरती पर टिकते : नरेन्द्र पुण्डरीक

        सुपिरिचित कवि। अद्यतन कविता संकलन ‘इन हाथों के बिना’। केदारनाथ अग्रवाल स्मृति शोध संस्थान से जुड़े। जब मैं पैदा हुआ थाचांद में बैठी एक बुढ़िया की चर्चा हो रही थीबुधिया के काम के बारे मेंहर आदमी के अलग-अलग विचार थेपचास साल के आस-पास थे पिताइन...