वरिष्ठ कवि।अब तक कविताओं की ११ पुस्तकें प्रकाशित। ‘मरुधर के स्वर’ पत्रिका का संपादन। बस इंतजार करता हूँ बर्फ पिघलेगी तोखूबसूरत नजारे दिखेंगेहरियाली जन्मेगीफूल खिलेंगे और पक्षी भी चहचहाएंगे ऐसा ही तुम्हारे लिए भी सोचता हूँउसी का इंतजार करता हूँमेरी ऊष्मा...
वरिष्ठ कवि। अद्यतन कविता संग्रह ‘सुबह की प्रार्थना’। 1-आस्था अभाव के दिनों मेंजब पानी बचाकर रखने को भीबर्तन नहीं थे शाम तक के लिएअन्न के दाने मुट्ठी सेसीधे पकने को जाते थे पतीली मेंभूख टीस मारती रहती थीखौलते भोजन के भाप की तरहअंधेरा ही अंधेरा...
Recent Comments