फारसी कहानी ‘जला हुआ इसपंदान’ :मरियम शुजाई, अनुवाद :नासिरा शर्मा

फारसी कहानी ‘जला हुआ इसपंदान’ :मरियम शुजाई, अनुवाद :नासिरा शर्मा

मरियम शुजाई1953 में तेहरान में जन्म। ‘रंगे पाइज़’, ‘दसीसे ब्लाक 44’, ‘निशान-ए-बहार’, ‘माजराए खालाजान’ आदि रचनाएं। नासिरा शर्माहिंदी की चर्चित कथाकार। ईरानी समाज तथा राजनीति के अतिरिक्त साहित्य, कला और सांस्कृतिक विषयों की विशेषज्ञ। मैंने बर्तन धोने वाली मशीन से इसपंदान...
आंचल के बीज : नासिरा शर्मा

आंचल के बीज : नासिरा शर्मा

    साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कथाकार। उपन्यास, कहानी संग्रह, बाल साहित्य आदि की लगभग 25 पुस्तकें प्रकाशित। अद्यतन उपन्यास ‘अल्फ़ा बीटा गामा’।   वह मालन नहीं धोबन थी, मगर गूंथती थी वह गेंदे की फूल-मालाएं। इसलिए इस नई गली में उसे कोई सूरज की मां...