दो कविताएं : नूपुर अशोक कविता कविता संग्रह – ‘मेरे मन का शहर’। व्यक्तित्व विकास एवं व्यावहारिक कौशल प्रशिक्षक। 1-बूंद और मैं पानी की एक बूंदमेरी खुली हथेली पर आ पहुंचीशायद आसमान से आईजिंदगी से भरी एक बूंदचाहूं तो पी लूंचाहूं तो गीला कर लूंअपना सूखा चेहराया धीरे से लुढ़का...
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