युवा कवि। कविता-संग्रह : ‘एक संपूर्णता के लिए’, ‘एक ही चेहरा’, ‘रक्तचाप और अन्य कविताएं’। ‘यही तुम थे’ (कवि वीरेन डंगवाल पर एकाग्र आलोचनात्मक संस्मरण)। एक आदमी आदेश देकर एक आदमी आदेश देकरछिप गया हैहजारों लोग भूखे-प्यासेबेहालसड़क पर हैंगांवसैकड़ों मील दूरकिसी की जेब...
युवा आलोचक। और साहित्यिक-सांस्कृतिक रूप से निरंतर सक्रिय। कवि-वैशिष्ट्य जैसे इस बात का प्रमाण है कि हर कवि में एक भिन्न संवेदनतंत्र होता है, उसी तरह कविता का युग-वैशिष्ट्य इस बात का प्रमाण है कि कवि का भाव बोध इतिहास के भीतर ही बनता है। ऐतिहासिक शक्तियां उसके भावबोध,...
युवा कवि। कविता-संग्रह : ‘एक संपूर्णता के लिए’, ‘एक ही चेहरा’, ‘रक्तचाप और अन्य कविताएँ’। 1-गांधी मुस्कराते हैं हत्यारे भी जबसिर झुकाते हैंगांधी मुस्कराते हैं :प्यार ही करोपाखंड मत करो! 2-राष्ट्र की बात अंग्रेजों से जो बराबरमाफी मांगते रहेउनसे...
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