जो मनुष्य नहीं होते : परमिंदर यादव

जो मनुष्य नहीं होते : परमिंदर यादव

      युवा कवि और शोधार्थी। जो मनुष्य नहीं होतेवे नदियों का गला रेत देते हैंपहाड़ों परपठारों परअपने खूनी पंजों के निशान छोड़ जाते हैं उनको उनके रंग से पहचाना जा सकता हैवे अपनी शर्तों पर अडिग होते हैंवे हत्या को शुभ मुहूर्त की तरह मनाते हैंवे मनुष्यता का...