पायल भारद्वाज

पायल भारद्वाज

    युवा कवयित्री।विभिन्न पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित।संप्रति अध्ययनरत। दुख ज़ुड़ा रहा नाभि से नाराज़गी का बोझ उठा सकेंइतने मजबूत कभी नहीं रहे मेरे कंधे ‘दोष मेरा नहीं तुम्हारा है’यह कहने के बादमन ने तब तक धिक्कारा स्वयं कोजब तक अपराध बोध नेश्वासनली अवरुद्ध न...