पूनम सोनछात्रा

पूनम सोनछात्रा

    युवा कवयित्री।कोलकाता के दिल्ली पब्लिक स्कूल में गणित की शिक्षिका। बोलने और न बोलने के बीचबोलने के हजार दुख थेन बोलने के असीमित बावजूद इसके हमने न बोलना चुना बाहर के शोर की बनिस्बतअंदर का तूफानतन, मन और पूरे जीवन कोछिन्न-भिन्न करने के लिए पर्याप्त...
पूनम सोनछात्रा की कविताएं

पूनम सोनछात्रा की कविताएं

    युवा कवयित्री। कोलकाता में शिक्षिका। स्त्रियां बचा लेती हैं स्त्रियां अकसर बचा लेती हैं एक मुट्ठी अनाजकहती हैं इससे बरकत रहती हैसहेज रखती हैं नए-पुराने कपड़ेजाने कब कौन से अवसर पर काम आ जाएंगाहे-बगाहे बचाती हैंज्यादा या थोड़ा तेलजरा सी शक्कर और कुछ छंटाक...