केवल यथार्थ का वर्णन करना ही दलित साहित्य नहीं है : मोहनदास नैमिशराय से प्रदीप कुमार ठाकुर की बातचीत

केवल यथार्थ का वर्णन करना ही दलित साहित्य नहीं है : मोहनदास नैमिशराय से प्रदीप कुमार ठाकुर की बातचीत

दलित साहित्य के अग्रणी लेखकों में एक नाम मोहनदास नैमिशराय है।पहली दलित आत्मकथा ‘अपने-अपने पिंजरे’ के लेखक।भारतीय दलित आंदोलन का इतिहास (चार खंड) एक दस्तावेजी काम है, जिस पर उनके अनुभव की छाप है।५ वर्षों तक भारत सरकार के डॉ अंबेडकर प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के सदस्य।वर्धा...