वरिष्ठ साहित्यकार, बच्चों के प्रिय लेखक।लगभग ढाई दशक तक बच्चों की लोकप्रिय पत्रिका ‘नंदन’ के संपादन से जुड़े थे।उपन्यास, कहानियाँ, कविता, जीवनी, आत्मकथा सहित बाल साहित्य की सौ से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।साहित्य अकादमी के पहले बाल साहित्य पुरस्कार से...
सुप्रसिद्ध साहित्यकार, बच्चों के प्रिय लेखक। ‘नंदन’पत्रिका के संपादन से जुड़े रहे। अब स्वतंत्र लेखन। हिंदी में बाल साहित्य का पहला बृहत इतिहास ‘हिंदी बाल साहित्य का इतिहास’लिखा। कितने सुंदर लगते हैं काम करते लोगकितने दमकते हैं उनके चेहरेजब वे अपनी रौ में होते हैंऔर जा...
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