रंजना अरगड़े

रंजना अरगड़े

    वरिष्ठ कवयित्री। ‘खिड़कियां झरोखे और लड़कियां’ (काव्य संग्रह)। अलोचना पुस्तक ‘कवियों के कवि शमशेर’। बौने जो अपने से बड़ाकिसी को भी नहीं गिनतेअपने से बेहतरकिसी को नहीं मानतेवे ऊंची और….और ऊंचीगगनचुंबीविशालकाय मूर्तियां बनवाते हैंयह उनका सुरक्षा कवच...
रंजना अरगड़े की कविताएं

रंजना अरगड़े की कविताएं

शमशेर बहादुर सिंह पर विशेष कार्य। कवि और अनुवादक। असमाप्त करुणा रक्त रंजित सूर्यघुलता और उभरता रहा अनादि काल सेबहते नदी नालों समुंदरों मेंवन-उपवन-पहाड़ों पर अनवरत बरसता रहा समय के आईने पाटती रूह-ब-रूह स्मृतियांबदले परिवेश में फिर लौटती हैंहक़ीक़त बनजमे हुए ख़ून के...