काव्यांतरण की चुनौती – लोकवादी धारा : समीर कुमार पाठक

काव्यांतरण की चुनौती – लोकवादी धारा : समीर कुमार पाठक

हिंदी विभाग, डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज, वाराणसी में अध्यापन काव्यांतरण मात्र अनुवाद-कर्म नहीं है, बल्कि कविकर्म का विशिष्ट मार्ग है- बेहद कठिन लेकिन संतुलित मार्ग। लोकधर्मी परंपरा में अगाध विश्वास और रुचि के कारण राधावल्लभ त्रिपाठी और सदानंदशाही ने अपने काव्यांतरणों के...
काव्यांतरण की चुनौती – लोकवादी धारा : समीर कुमार पाठक

काव्यांतरण की चुनौती – लोकवादी धारा : समीर कुमार पाठक

हिंदी विभाग, डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज, वाराणसी में अध्यापन काव्यांतरण मात्र अनुवाद-कर्म नहीं है, बल्कि कविकर्म का विशिष्ट मार्ग है- बेहद कठिन लेकिन संतुलित मार्ग। लोकधर्मी परंपरा में अगाध विश्वास और रुचि के कारण राधावल्लभ त्रिपाठी और सदानंदशाही ने अपने काव्यांतरणों के...