विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित। संप्रति अध्यापन। वह जून महीने का पहला पखवाड़ा था। काफी गर्मी और उमस थी। मुखिया जी से मेरी मुलाकात जेल में हुई। शांत, सौम्य और सहज। बातचीत में निहायत शालीन। उनका चेहरा काफी सुंदर था। प्रभावशाली! धीरे-धीरे बातचीत शुरू हुई, तो...
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