जन्म 1962, आरा (बिहार) में।कविता संग्रह- ‘अपने जैसा जीवन’, ‘नींद थी और रात थी’, ‘स्वप्न समय’ और ‘खोई चीजों का शोक’ प्रकाशित।संप्रति इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय में प्रोफेसर।हिंदी अकादमी द्वारा सम्मान के अलावा महादेवी वर्मा पुरस्कार से सम्मानित। उदास...
युवा आलोचक। और साहित्यिक-सांस्कृतिक रूप से निरंतर सक्रिय। क्या हो यदि किसी दिन कोई आपसे कहे कि अबतक का समग्र ज्ञान पुरुषों द्वारा अपनी कामनाओं के औचित्य-स्थापन की प्रक्रिया भर है? शायद एक बारगी आप इसे स्वीकार नहीं कर पाएंगे कि ज्ञान भी स्त्री-पुरुष का भेद कर सकता...
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