अफ़ग़ानी कहानी  लेट शिफ़्ट : शरीफ़ा पासुन

अफ़ग़ानी कहानी लेट शिफ़्ट : शरीफ़ा पासुन

हिंदी प्रस्तुति : बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’कवि और अनुवादक।अद्यतन कविता संग्रह : ‘छिपेगा कुछ नहीं यहां’।विश्व काव्यों के अनुवादों के दो संग्रह ‘स्वतंत्रता जैसे शब्द’ और ‘जब उतरेगी सांझ शांतिमय’ और विश्व कथाओं और लेखों का संग्रह प्रकाशित ‘ये झरोखे उजालों के’। शरीफा पासुन...