दो कविता संग्रह – ‘आम आदमी के आस पास’, ‘कविता में सब कुछ संभव’, उपन्यास ‘रावी से यमुना तक’ आदमी मैं एक पेड़ के पास गयाउसने मुझे दिए फल और छायामैं एक पाखी के पास गयाउसने मुझे दिए पंख और परवाजमैं एक नदी के पास गयाउसने मुझे दिया जल और गतिमैं एक सागर के पास गयाउसने...
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