अद्यतन कहानी संग्रह ‘मैं, फूलमती और हिजड़े’, अद्यतन उपन्यास ‘बिन ड्योढ़ी का घर’। खिड़की के बाहर नए देवदार लंबे, घने, छतों से ऊपर निकलने की होड़ लगाते। इनसे होकर बराबर के घर को नजर में लाना मुश्किल होता। अभी हाल में रोपे गए हैं, अपनी जगहों से निकाल कर यहां काफी गहरे गड्ढे...
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