जमीन के तीन उपन्यास : श्रद्धांजलि सिंह

जमीन के तीन उपन्यास : श्रद्धांजलि सिंह

  युवा लेखिका।दार्जिलिंग गवर्मेंट कॉलेज में प्रोफेसर।   साहित्य अपने समय के ज्वलंत प्रश्नों से टकराने और उन पर सोचने का अवसर देता है।इसलिए आजादी के इस अमृत महोत्सव में एक नागरिक और एक मनुष्य की हैसियत से समय की क्रूर और नग्न सच्चाइयों से रूबरू होना बेहद...
उपन्यास में बदलते गांव : श्रद्धांजलि सिंह

उपन्यास में बदलते गांव : श्रद्धांजलि सिंह

युवा लेखिका, दार्जिलिंग गवर्मेंट कॉलेज में प्रोफेसर उपन्यास को आधुनिक जीवन का महाकाव्य कहा गया है। अपने उत्पत्ति काल से ही उपन्यासों ने जीवन को उसकी समग्रता में पकड़ने और व्यक्त करने की कोशिश की है। समकालीन दौर में जब नए-नए विमर्शों ने अपनी अभिव्यक्ति के सबसे सशक्त...