विगत तीन दशकों से लेखन में निरंतर सक्रिय। अभी तक 5 कहानी संग्रह और एक उपन्यास- ‘मनस्विनी’ प्रकाशित। वह मेरे सामने खड़ी थी। काफी समय से उसके आने की आहट हम दोनों की आपसी सरगोशियों में थी। घर में काम करने वाली लाली उसे लेकर आई थी। नाम भी भला सा था, रंजना।...
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