युवा लेखिका और कवयित्री। बचपन से ही लिखने का शौक रहा है। बांग्ला समाचार पत्रों के साथ बांग्ला देश के समाचार पत्र ‘भोरेर पत्र’ में भी निरंतर लिखती रहती हैं। कथाकार और अनुवादक।दो कहानी संग्रह: ‘बाघा’ और ‘बदलते चैनल और अन्य कहानियाँ।’ संप्रति: स्वतंत्र लेखन, पत्रकारिता...
(७ सितंबर १९३४ – २३ अक्तूबर २०१२)बांग्ला के प्रसिद्ध कवि-लेखक।२०० से अधिक पुस्तकों के रचयिता।प्रसिद्ध उपन्यासों में ‘प्रथम आलो’, ‘सेई समय’, ‘मोनेर मानुष’ आदि।कई कृतियों पर बांग्ला फिल्म। अप्रेषित खत (ना पाठानो चिठि) अनुवाद : सुरेश शॉ कवि-कथाकार और...
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