इस सभ्यता में रचनात्मकता : सुशील कान्ति

इस सभ्यता में रचनात्मकता : सुशील कान्ति

    रंगकर्मी और अनुवादक।लंबे समय से कोलकाता के  रंगमंच ‘रंगशिल्पी’ से संबद्ध।अद्यतन कार्य बांग्ला से हिंदी में अनूदित उपन्यास ‘सीतायन’ (मल्लिका सेनगुप्त)। रचनात्मकता मनुष्य के सामाजिक अस्तित्व का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह सभ्यतागत विकास का भी चिह्न है।...
आजादी : बालचंद्रन चुल्लिक्काड

आजादी : बालचंद्रन चुल्लिक्काड

मूल लेखक : बालचंद्रन चुल्लिक्काड (मलयालम कवि)अनुवाद: असद जैदीआवृत्ति : सुशील कांतिध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतुदृश्य संयोजन-संपादन : उपमा ऋचाविशेष आभार : प्रषेख बोरकर, अभिषेक बोरकर एवं श्रीवाणी।प्रस्तुति : भारतीय भाषा परिषद बालचंद्रन चुल्लिक्काड का जन्म 1958 में हुआ था।...
लेखन एक चुनौती है : प्रस्तुति -सुशील कान्ति

लेखन एक चुनौती है : प्रस्तुति -सुशील कान्ति

भरतीय भाषा परिषद  प्रतिवर्ष चार भारतीय भाषाओं के वरिष्ठ साहित्यकारों  को कर्तृत्व समग्र सम्मान और चार युवा लेखकों को युवा पुरस्कार प्रदान करती है। कोरोना काल तथा बाद की असुविधाओं के कारण स्थगित पुरस्कार समारोह 8 अप्रैल, 2023 को आयोजित हुआ। इस बार ‘वागर्थ’ में परिचर्चा...
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना कविता ‘रात में वर्षा’ का चित्रपाठ, आवृत्तिकार : सुशील कान्ति

सर्वेश्वर दयाल सक्सेना कविता ‘रात में वर्षा’ का चित्रपाठ, आवृत्तिकार : सुशील कान्ति

कविता : रात में वर्षाकवि : सर्वेश्वर दयाल सक्सेनाकविता पाठ :सुशील कान्ति ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतुदृश्य संयोजन : उपमा ऋचा प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद कोलकाता अनुपमा ऋतु, उपमा ऋचा, सुशील...
प्लास्टिक कचरे पर फिल्मी नजर : सुशील कान्ति

प्लास्टिक कचरे पर फिल्मी नजर : सुशील कान्ति

      रंगकर्मी और अनुवादक।लंबे समय से कोलकाता के  रंगमंच ‘रंगशिल्पी’ से संबद्ध।अद्यतन कार्य बांग्ला से हिंदी में अनूदित उपन्यास ‘सीतायन’ (मल्लिका सेनगुप्त)। आज प्लास्टिक या पॉलीथिन पर बात करना, लगता है एक ही बात को दुहराना है।आज आप किसी भी व्यक्ति जो...