रंगकर्मी और अनुवादक।लंबे समय से कोलकाता के रंगमंच ‘रंगशिल्पी’ से संबद्ध।अद्यतन कार्य बांग्ला से हिंदी में अनूदित उपन्यास ‘सीतायन’ (मल्लिका सेनगुप्त)। रचनात्मकता मनुष्य के सामाजिक अस्तित्व का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह सभ्यतागत विकास का भी चिह्न है।...
मूल लेखक : बालचंद्रन चुल्लिक्काड (मलयालम कवि)अनुवाद: असद जैदीआवृत्ति : सुशील कांतिध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतुदृश्य संयोजन-संपादन : उपमा ऋचाविशेष आभार : प्रषेख बोरकर, अभिषेक बोरकर एवं श्रीवाणी।प्रस्तुति : भारतीय भाषा परिषद बालचंद्रन चुल्लिक्काड का जन्म 1958 में हुआ था।...
भरतीय भाषा परिषद प्रतिवर्ष चार भारतीय भाषाओं के वरिष्ठ साहित्यकारों को कर्तृत्व समग्र सम्मान और चार युवा लेखकों को युवा पुरस्कार प्रदान करती है। कोरोना काल तथा बाद की असुविधाओं के कारण स्थगित पुरस्कार समारोह 8 अप्रैल, 2023 को आयोजित हुआ। इस बार ‘वागर्थ’ में परिचर्चा...
रंगकर्मी और अनुवादक।लंबे समय से कोलकाता के रंगमंच ‘रंगशिल्पी’ से संबद्ध।अद्यतन कार्य बांग्ला से हिंदी में अनूदित उपन्यास ‘सीतायन’ (मल्लिका सेनगुप्त)। आज प्लास्टिक या पॉलीथिन पर बात करना, लगता है एक ही बात को दुहराना है।आज आप किसी भी व्यक्ति जो...
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