अनामिका : सुशीला टाकभोरे कविता चर्चित कवयित्री। ऑल इंडिया बाल्मीकि यूथ ऑरगनाइजेशन की सचिव। अद्यतन उपन्यास ‘तुम्हें बदलना ही होगा’। अनामिका स्त्री है अनामिकाकोई नाम नहीं उसकाकोई धर्म नहीं उसकारूप गुण कर्तव्य हीउसकी पहचानसत-असत की माप सेनापी जाती है गरिमा उसकीसदियों से रहा हैयह...
Recent Comments