दलित चेतना की नई मंजिलें : मधु सिंह

दलित चेतना की नई मंजिलें : मधु सिंह

प्रस्तुति : मधु सिंह विद्यासागर विश्वविद्यालय, मेदिनीपुर में एम.फिल. की शोध छात्रा। कोलकाता के खुदीराम बोस कॉलेज में शिक्षण। आधुनिक युग विमर्शों का युग है। इस काल में शिक्षा और विज्ञान की प्रगति ने लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत किया है। फलस्वरूप साहित्य में...
शेषराव पीरजी धांडे की मराठी कविताएं/ अनुवाद : टीकम शेखावत

शेषराव पीरजी धांडे की मराठी कविताएं/ अनुवाद : टीकम शेखावत

कविता, शार्ट फिल्म, पत्रकारिता, अनुवाद में रुचि। प्रकाशित कविता संग्रह- ‘सफेद लोग’। मराठी के चर्चित दलित कवि। अद्यतन कविता संग्रह ‘बिघडलेले होकयंत्र’ 1-कॉकटेल गुटबाजी की राजनीति देखकरअब हम थक गए हैं बहुतआखिर मैंनेसारे के सारे आंदोलनों कोगिलास में डालकरघूंट दर घूंटहलक...
शशिकांत हिंगोनेकर की मराठी कविताएं/ अनुवाद : टीकम शेखावत

शशिकांत हिंगोनेकर की मराठी कविताएं/ अनुवाद : टीकम शेखावत

कविता, शार्ट फिल्म, पत्रकारिता, अनुवाद में रुचि। प्रकाशित कविता संग्रह- ‘सफेद लोग’। शिक्षा अधिकारी। मराठी काव्य संगह ‘ॠतुपर्व’ महाराष्ट्र सरकार द्वारा पुरस्कृत। 1-मेरा सवेरा मेरे लिए निषिद्धघोषित किए जा रहे हैंफिर भी केंचुओं की सुगबुगाहट सेनहीं है मुझे भयमैंने रास्ते...
लोकनाथ यशवंत की मराठी कविताएं/ अनुवाद : टीकम शेखावत

लोकनाथ यशवंत की मराठी कविताएं/ अनुवाद : टीकम शेखावत

कविता, शार्ट फिल्म, पत्रकारिता, अनुवाद में रुचि। प्रकाशित कविता संग्रह- ‘सफेद लोग’। सुपरिचित मराठी दलित कवि। आठ कविता-संग्रह प्रकाशित। दलित आंदोलन से भी संबद्ध। 1-लैंडस्केप कितना आनंददायी होता हैकैनवास पर सूर्योदय की पेंटिंग करनावैसे ही सूर्यास्त का भीविशाल लैंडस्केप...