जायसी का पद्मावत : पंचशती चर्चा / प्रस्तुति : अनूप कुमार

जायसी का पद्मावत : पंचशती चर्चा / प्रस्तुति : अनूप कुमार

प्रस्तुति : अनूप कुमार, युवा लेखक एवं विद्यार्थी जायसी ने अपने महाकाव्य ‘पद्मावत’ की रचना 500 साल पहले शुरू की थी, ‘सन नौ सौ सत्ताइस अहै, कथा आरंभ बैन कवि कहै’| वासुदेव शरण अग्रवाल के अनुसार नौ सौ सत्ताईस हिजरी, अर्थात- 1521 ईसवी| ‘पद्मावत’ की पंचशती के अवसर पर यह...
कायर : वैभव सिंह

कायर : वैभव सिंह

चर्चित आलोचक। दिल्ली के अंबेडकर विश्वविद्यालय में अध्यापन। वह शहर का मशहूर कायर था| उसके दब्बूपन पर लोग हँसते थे और उसे चिढ़ाते थे| उसकी मिसाल देकर कहा जाता था कि इनसान को इतना भी डरपोक नहीं होना चाहिए| छिपकली-तिलचट्टे को देखकर जिनकी घिग्घी बंध जाती थी, वे भी उसकी...
उत्तर-कोरोना प्रभाव : समाज और संस्कृति / प्रस्तुति : विनोद कुमार यादव

उत्तर-कोरोना प्रभाव : समाज और संस्कृति / प्रस्तुति : विनोद कुमार यादव

प्रस्तुति : विनोद कुमार यादव शोध छात्र, विद्यासागर विश्वविद्यालय, मेदिनीपुर कोरोना ने पूरे विश्व को हिला दिया है। अब वैक्सिन आने के बावजूद उसका दूसरा आक्रमण सामने है। दुनिया में जिस एक मुद्दे पर हाल के दशकों में सबसे ज्यादा चर्चा हुई है, वह कोरोना से होनेवाली क्षति और...