विनोद शलभ

विनोद शलभ

    वरिष्ठ गजलकार। दो गजल संग्रह, एक कविता संग्रह और अनुवादों का एक संग्रह प्रकाशित। अद्यतन गजल संग्रह ‘पत्ते चिनारों के’। गजल एकबला की ख़ूबसूरती से दिलों में आग लगती हैतुम्हारी जी हज़ूरी से दिलों में आग लगती है वतन तो है नहीं चौसर सियासत और धर्मों काये मुल्ला...
विनोद शलभ

विनोद शलभ

    कवि, गजलकार, दो ग़ज़ल संग्रह, एक कविता संग्रह व एक अनुवाद संग्रह प्रकाशित।नवल प्रयास शिमला साहित्यिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष।वर्तमान में नोएडा में निवास। गजल : एक हर किसी की शख़्सियत गुम है तेरे बाज़ार मेंहर तरह का झूठ ही अब छप रहा अख़बार में चील कौए नोच...