अनुक्रम :: अप्रैल -2022

(पाठक निम्नलिखित में से किसी शीर्षक पर क्लिक करके रचना पाठ कर सकते हैं.)

संपादकीय : आदिवासियों पर बाज

कहानियां

गिदनी : पार्वती तिर्की
सागोन के दरख्त : उर्मिला शुक्ल
खिड़की से पार : देवांशु पाल
अंतिम गान (नगालैंड) : तेमसिला आओ, अनुवाद : मंजु श्रीवास्तव
वे गोश्त खाते हैं (झारखंड): हांसदा सौवेंद्र शेखर, अनुवाद : मंजु श्रीवास्तव

हिंदी कविताएं 

सदानंद शाही
पीयूष तिवारी
अवधेश प्रसाद सिंह
कैलाश झा किंकर
हरिओम राजोरिया

पूर्वोत्तर की कविताएं

खासी : किनफाम सिंह नोंगकिनरिह 
ताङखुल : अयुङ रैखान 
गारो : फैमेलिन के. मरक 
अरुणाचल प्रदेश : मैमंग दई
मणिपुरी : थांगजाम इबोपिशक सिंह 

दक्षिण भारतीय आदिवासी कविताएं:

मदकम लक्ष्मण कोया (तेलुगु)/ बाबू पंगाला (कन्नड़)

परिचर्चा

आदिवासी जीवन और साहित्य : नए मुद्दे: विद्याभूषण/ महादेव टोप्पो/अनुज लुगुन/मीनाक्षी मुंडा/वाल्टर भेंगरा तरुण/राकेश कुमार सिंह/संतोष गिरहे, प्रस्तुति: अनिता रश्मि

आलेख

आदिवासियों की भाषा ही अब उनका तीर है : मृत्युंजय
आदिवासी होने का अर्थ : मीनाक्षी नटराजन, अनुवाद : अवधेश प्रसाद सिंह

विश्वदृष्टि

नेटिव अमरीकी कविताएं : एन स्कॉट नोमाडे
अमरीकी कविताएं:
-ज्वॉय हारजो
तेवा इंडियन

समीक्षा संवाद

स्वायत्तता के लिए संघर्ष:आदिवासी कविताएं: शिव कुमार यादव

विविध

पाठक की टिप्पणी
किताबें

बतरस

मारवाड़ी राजबाड़ी :  कुसुम खेमानी

लघुकथा

सुबह कितनी दूर: जाफर मेहदी जाफरी

देशदेशांतर 

हलधर नाग(ओडिशा)
ऊडगेरू नूनुक्कल (अस्ट्रेलिया)

मल्टी मीडिया 

‘मैं जागता हूँ, क्योंकि मेरा समाज सो रहा है’ भीमराव आंबेडकर के प्रेरक कथन, वाचन : गुरी

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संपादकीय टीम :

संरक्षक : इंद्रनाथ चौधुरी 
संपादक :शंभुनाथ
प्रबंध संपादक :प्रदीप चोपड़ा
प्रकाशक : डॉ. कुसुम खेमानी
संपादन सहयोग :सुशील कान्ति (vagarth.hindi@gmail.com, 7449503734)
मल्टीमीडिया संपादक : उपमा ऋचा (upma.vagarth@gmail.com)
आवरण : तारक नाथ राय (कवर चित्र – नेट से साभार)
वेबसाइट पोस्ट चित्रांकन साभार : Diego Rivera, Benjamin Shiff, Ashok Bhowmick, Oswaldo Guayasamin, Prakash Nayak, Art-odyssey,  Lily Jecob, Jennifer Yoswa, Vincent Van Gaugh, Ramchandra Pokale, Kamal Rao, Aparna Dixit, Jim ford, Jiaur Rahman, Kamal Koriya, Aditi Mishra.

सदस्यता संबंधी विवरण और बिक्री संपर्क :

साधारण डाक खर्च सहित वार्षिक सदस्यता: 300 रुपए/तीन साल : 850 रुपए
आजीवन: 3000 रुपए /विदेश: वार्षिक: 40 डॉलर
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भारतीय भाषा परिषद के नाम से चेक या ड्राफ्ट भेजें
एजेंसियों और सदस्यों द्वारा चेक से भुगतान bharatiya bhasha parishad के नाम या नेफ्ट द्वारा: कोटक महिंद्रा बैंक, शाखा: लाउडन स्ट्रीट,
Ac/no.  8111974982, IFSC-KKBK0006590 पर उपर्युक्त नाम से किए जा सकते हैं।
भुगतान के बाद एसएमएस कर दें- मो.9163372683: मीनाक्षी दत्ता (सदस्यता और बिक्री)
11 बजे दिन से 6 बजे संध्या तक
समय पर भुगतान करने वाली एजेंसियों को ही हम भवष्यि में पत्रिका भेज पाएंगे।
प्रकाशित रचनाओं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।
सर्वाधिकार सुरक्षित, वागर्थ से संबंधित सभी विवाद कोलकाता न्यायालय के अधीन होगा।
प्रबंध : अमृता चतुर्वेदी
वितरण व अन्य कार्य : एस.पी. श्रीवास्तव, सूर्यदेव सिंह, अशोक बारीक, बैद्यनाथ कमती, खेत्राबासी बारीक, संतोष सिंह, प्रदीप नायक, प्रेम नायक।
वागर्थ रजिस्ट्रेशन नं. 61730/95
कुसुम खेमानी द्वारा भारतीय भाषा परिषद, 36ए, शेक्सपियर सरणी, कोलकाता-17 के लिए  ऑनलाइन प्रकाशित और मुद्रित।