आदिवासी कथाकार।बी.एस. के. कॉलेज मैथन धनबाद में हिंदी की विभागाध्यक्ष।९ सालों तक दिल्ली यूनिवर्सिटी के दौलतराम कॉलेज, और महाराजा अग्रसेन कॉलेज में हिंदी भाषा और साहित्य पढ़ाया। जो होगा आज देख ही लूंगी…. पर….. पर आज तो मैं अपने बच्चे को...
मराठी के चर्चित कवि।अब तक मराठी में आठ कविता संग्रह प्रकाशित।कविताओं का अनेक भारतीय भाषाओं में अनुवाद। कविता लिखने के लिए कविता लिखने के लिए लीजिए कोरा कागजजो मिलता है हर एक को एक इस लोक मेंअगर शुरुआत की ऊपर सेतो जा सकते हो एकदम तल तकऊपर दो उंगली...
समकालीन हिंदी गजल एवं दोहे की आठ किताबें प्रकाशित। गजल सीने में अपने थोड़ी-सी आग बचाकर रखजीवन में हर पल जीवन का राग बचाकर रख अपने को बेशक रख दे थोड़ा-थोड़ा सबमेंलेकिन अपने में अपना कुछ भाग बचाकर रख पास न आने दे हरगिज़ उम्मीदों को ज़्यादाउम्मीदों की दहलीज़ों पर त्याग बचाकर...
युवा कवयित्री।विभिन्न पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित।संप्रति अध्ययनरत। दुख ज़ुड़ा रहा नाभि से नाराज़गी का बोझ उठा सकेंइतने मजबूत कभी नहीं रहे मेरे कंधे ‘दोष मेरा नहीं तुम्हारा है’यह कहने के बादमन ने तब तक धिक्कारा स्वयं कोजब तक अपराध बोध नेश्वासनली अवरुद्ध न...
स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में काम।महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी (बिहार) में पीएच.डी. की छात्रा।फिलहाल कोलकाता में रहती हैं। ‘उफ्फ ये दिल्ली की सर्दी और दिल्ली का ट्रैफिक – न जाने भगवान ने इन दो चीजों...
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