युवा गजलकार।
अपना सबकुछ छोड़ रहा है
घर का राशन जोड़ रहा है
कहते वालिद-अब्बा जिसको
कितना खुद को तोड़ रहा है
खून पसीना हर पैसा में
सबकी किस्मत जोड़ रहा है
लाख कमाता बेटा फिर भी
अपना गुल्लक फोड़ रहा है
जब से बैठा पापा घर में
बेटा भी मुंह मोड़ रहा है।
संपर्क : ग्राम+पोस्ट – अहियापुर, प्रखंड– साहेबगंज, जिला – मुजफ्फरपुर, बिहार–८४३१२५ मो.९९३१३३०९२३
बेहद शुक्रिया.