दिनेश पाठक
पहाड़ कथा-1 और 2 (कहानी संग्रह)
अंतिका प्रकाशन, गाजियाबाद, मूल्य :315 रुपये
दो खंडों में प्रकाशित पहाड़ कथा में लेखक ने पहाड़ जीवन के कई अनुभव पिरोए हैं। पहाड़ के जटिल और कठिन जीवन की सच्चाइयां उद्घाटित करते हुए लेखक ने पहाड़ी लोगों की जीवन शैली, संघर्ष और पीड़ा का सुंदर चित्रण किया है।
सं. अवधेश प्रधान
नजरुल की हिंदी कविताएं
प्रतिश्रुति प्रकाशन, कोलकाता, मूल्य :230 रुपये
विद्वान असदुल हक और ब्रह्ममोहन ठाकुर द्वारा संकलित-संपादित काजी नजरुल इस्लाम की जो हिंदी कविताएं बांग्ला लिपि में थीं, उन्हें अवधेश प्रधान ने हिंदी में रूपांतरित किया है। इन कविताओं को पढ़ते हुए नजरुल के हिंदी-प्रेम के अलावा हिंदी की प्रसार-शक्ति का अनुमान होता है।
सं. मंजु श्रीवास्तव
चयनित गीत चुनिंदा गज़लें
(राम सुंदर लाल के गीत और गजलें)
मानव प्रकाशन, कोलकाता, मूल्य :200 रुपये
राम सुंदर लाल के जिन गीतों का चयन और संपादन किया गया है, उनमें धरती की पीड़ा और सामाजिक पतन के मार्मिक चित्र हैं। यह बड़ी बात है कि अपने जीवन संघर्षों के बीच कवि ने कला-साहित्य में अपनी रुचि बरकरार रखी थी।
नंदकिशोर आचार्य
वक्त खुद मर्ज है जो (कविता संग्रह)
सूर्य प्रकाशन मंदिर, बीकानेर, मूल्य :250 रुपये
नंदीकिशोर आचार्य के इस संग्रह की कविताओं में वर्णन के बजाय अनुभूति की गहराई है। इनमें एक सौंदर्य से भरा एक सहज चिंतन भी मिलता है।
बिर्ख खडका डुवर्सेली
नेपाली साहित्य विमर्श (आलेख संग्रह)
साहित्यायन प्रकाशन, नोएडा, मूल्य :400 रुपये
नेपाली साहित्य इतिहास के अलावा विभिन्न विधाओं की विकास यात्रा पर सम्यक विचार यहां हैं। यह पुस्तक विभिन्न प्रयोगों और आंदोलनों की उपलब्धियों की ओर भी ध्यान आकर्षित करती है। एक सम्यक आलोचना दृष्टि के साथ नेपाली साहित्य की एक महत्वपूर्ण पड़ताल है।