संपादक :जयप्रकाश ‘धूमकेतु’
अतिथि संपादक : बिपिन तिवारी/अटल तिवारी
अभिनव कदम (अंकः 43-44-45-46)
मऊ (उ.प्र.), मूल्य :200 रुपये
साहित्यिक पत्रिका का दो खंडों में किसान और किसानी पर केंद्रित विशेषांक महत्वपूर्ण दस्तावेजों तथा नए लेखों के कारण महत्वपूर्ण हो गया है। किसान आंदोलन, वर्तमान किसानों की दुर्दशा, उनकी शिक्षा और सामाजिक स्तर पर आलेखों में गहरा विश्लेषण है। संपादकों की मेहनत सराहनीय है।
शब्बीर अहमद
अनुवाद : अहमद अशीर
हजूर आमा(उपन्यास)
रेख्ता पब्लिकेशन, नोएडा, मूल्य : 699 रुपये
उर्दू से हिंदी में अनूदित इस उपन्यास की जमीन मुहब्बत की नर्म और मुलायम मिट्टी से तैयार हुई है। सियासत, गोरखालैंड मूवमेंट, कम्यूनिस्टों की कमजोर होती हुई पकड़ के साथ-साथ आंचलिक मसअलें निहायत खूबसूरती से चित्रित हैं। फ्लैशबैक तकनीक का अच्छा इस्तेमाल है।
संपादक :शंभु बादल
प्रसंग (अंकः 28-29)
रांची, मूल्य :250 रुपये
पत्रिका का यह अंक समकालीन कविता महाविशेषांक है। कविता पर महत्वपूर्ण चर्चा के अलावा स्मरण, आलेख, डायरी, संवाद को भी स्थान दिया गया है। इसमें लगभग 112 हिंदी कवियों के साथ तेलुगु, खड़िया, भोजपुरी आदि के कवियों की उपस्थिति महत्वपूर्ण है।
अतिथि संपादक : रामजी सिंह यादव
समकालीन सोच (अंकः 73-74)
गाजीपुर, मूल्य :400 रुपये
पत्रिका का विशेषांक कथाकार संजीव पर केंद्रित है। 418 पृष्ठों के इस अंक में संजीव को जानने-समझने की गहरी दृष्टि मिलती है। उनके विभिन्न साहित्यिक पक्षों पर लिखने वालों में प्रतिष्ठित लेखकों से लेकर नए लेखक तक कई लोग शामिल हैं। एक जरूरी और संग्रहणीय विशेषांक।
पूर्वा भारद्वाज
लय (संस्मरण)
सेतु प्रकाशन, नोएडा : मूल्य 375 रुपये
संस्मरण की इस पुस्तक में अनुभव की ऐसी छवियां हैं जो अकसर साहित्य के भूगोल से गायब होती हैं। साधारण जीवन के अनुभव और सहकार की अलक्षित उपस्थिति और संभावना इस पुस्तक को अर्थपूर्ण बनाती है।