संपादन :नीलिमा गुंडी
अंजली कुलकर्णी
समकालीन मराठी स्त्री कविता(कविता संकलन)
सह-संपादन व अनुवाद : सुनीता डागा
पुस्तकनामा, गाजियाबाद, मूल्य :400 रुपये
यह संकलन 1975 के आसपास एवं उसके बाद की मराठी कवयित्रियों का एक मुकम्मल दस्तावेज है। यह स्त्री की निजी और सामाजिक स्थितियों को पूरी संवेदना और सौंदर्य के साथ उपस्थित करता है। संकलन राजनीति में स्त्री, पर्यावरण, युद्ध जैसे प्रश्नों को भी उठाता है।
चेतना
मिथिला के रवि ठाकुर प्रो.इंद्रकांत झा-काव्यलोक(आलोचना)
साहित्य भारती पब्लिशिंग हाउस, पटना, मूल्य :400 रुपये
इंद्रकांत झा के काव्य संसार पर विश्लेषणात्मक ढंग से प्रस्तुत किए गए विचार न सिर्फ रचना प्रक्रिया तथा कविताओं का मर्म उजागर करते हैं, बल्कि मिथिला के सामाजिक-सांस्कृतिक यथार्थ को भी उपस्थित करते हैं।
एकांत श्रीवास्तव
जितनी यह गाथा(कहानी संग्रह)
राजपाल, दिल्ली, मूल्य :185 रुपये
कोरोना काल के नैराश्य के दौरान रंगों को प्रतीक बनाकर लिखी गईं ये कहानियां मनुष्य की जिजीविषा, सुख-सौंदर्य तथा संघर्ष की कहानियां हैं। इनमें रंगों के बहाने जीवन-समाज-संसार के संघर्ष और सौंदर्य की अभिव्यक्ति हुई है।
विक्रम सूद
सर्वोच्च लक्ष्य(यथार्थ और राजनीति)
अनुवाद : प्रभात मिलिन्द
वाणी प्रकाशन, दिल्ली, मूल्य :495 रुपये
एक गुप्तचर एजेंसी से संबंधित, विशेषकर ‘रॉ’ से जुड़े तथ्यात्मक विवरणों से संबंधित पुस्तक है। इसमें बताने की कोशिश है कि कैसे दुनिया के कई राष्ट्र दूसरे देशों के सामाजिक आख्यानों या राजनीतिक मानचित्रों को गढ़ने, उन्हें जीवित रखने और नियंत्रित करने की राजनीति करते हैं।
विश्वास पाटील
ग्रेट कंचना सर्कस (मराठी उपन्यास)
अनुवाद : रवि बुले
वाणी प्रकाशन, दिल्ली,
मूल्य : 495 रुपये
द्वितीय विश्वयुद्ध शुरू होने के ठीक पहले रंगून से मिले आमंत्रण पर असम का मशहूर ग्रेट कंचना सर्कस वहां करतब दिखाने गया था। अचानक रंगून पर जापान द्वारा बमबारी के बीच फंसे सर्कस के कलाकारों और सर्कस के जानवरों को नृशंस रूप से मार डालने की गाथा है यह उपन्यास।