कहानी
भूल : वंदना शुक्ल

भूल : वंदना शुक्ल

वरिष्ठ कथाकार। पांच कहानी संग्रह और दो उपन्यास अब तक प्रकाशित। ‘यह विवाह हम पिता जी के हठ और खुशी के वास्ते कर रहे हैं, क्योंकि उनको कष्ट नहीं पहुंचा सकते। आशा है तुम मेरी विवशता समझोगी।’ - तुम्हारा मनोहर किस्सा यों...  वह, जो बच्ची की उम्र में लड़की और लड़की की उम्र...

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समाधान : नीरज नीर

समाधान : नीरज नीर

प्रकाशित पुस्तकें : ‘जंगल में पागल हाथी और ढोल’, ‘पीठ पर रोशनी’ (काव्य संकलन), ‘ढुकनी एवं अन्य कहानियां’ (कहानी संग्रह)। संभावनाओं के संपूर्ण वितान में भी ऐसी किसी संभावना की कल्पना, कुमार मनीष ने आज तक नहीं की थी। उनके लिए अब दुनिया बिलकुल अपसाइड डाउन हो गई थी। एक...

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फुज्ज़ार : धनेश दत्त पांडेय

फुज्ज़ार : धनेश दत्त पांडेय

वरिष्ठ कथाकार, कवि एवं समीक्षक। दो कहानी संग्रह एवं दो काव्य संकलन प्रकाशित। कई विशिष्ट सकलनों में रचनाएं पूरब की छाती कूटकर सूरज जेल की मुंडेर चढ़ आया था। लाल-लाल अंगारों से दिशाओं को दहकाता दर्पशाली सूरज जेल की मुंडेर वहां चढ़ा था जहां औंधे कटोरे-सी छत के नीचे...

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एक सुंदर स्त्री : नंदेश्वर दैमारी, हिंदी अनुवाद : वैद्यनाथ उपाध्याय

एक सुंदर स्त्री : नंदेश्वर दैमारी, हिंदी अनुवाद : वैद्यनाथ उपाध्याय

नंदेश्वर दैमारी बोड़ो भाषा के प्रसिद्ध लेखक। बोड़ो भाषा में दर्जनों पुस्तकें प्रकाशित। इनकी रचनाएं नेपाली, हिंदी, असमिया, कन्नड़, अंग्रेजी आदि कई भाषाओं में अनूदित हैं। कई पुरस्कारों से सम्मानित विशिष्ट लेखक।वैद्यनाथ उपाध्याय हिंदी, असमिया एवं नेपाली भाषा में पुस्तकें...

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इज़्ज़तदार आदमी : भावना शेखर

इज़्ज़तदार आदमी : भावना शेखर

वरिष्ठ लेखिका। 12 प्रकाशित पुस्तकें। कई सम्मान। एक कॉलेज में अध्यापन। क्या कह रहे हो, मीता तुम्हें छोड़ कर चली गई! ऐसा कैसे हो गया... अच्छा, चिंता मत करो, लौट आएगी। रुको, तुम्हारे लिए ठंडा पानी लेकर आता हूँ, फिर डार्क रोस्टेड कॉफी बनाकर पिलाऊंगा। जानता हूँ, तुम्हारी...

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विरासत : जी. लक्ष्मी, हिंदी अनुवाद : वी एल नरसिंहम शिवकोटि

विरासत : जी. लक्ष्मी, हिंदी अनुवाद : वी एल नरसिंहम शिवकोटि

जी. लक्ष्मी(जन्म : 28 जुलाई 1962) आंध्र प्रदेश के राजस्व विभाग में सरकारी कर्मचारी। इन्होंने अल्बर्ट कामू के ‘आउटसाइडर’ और काफ्का की कहानियों का तेलुगु में अनुवाद। तेलुगु में इनका कहानी-संग्रह ‘पूलु पूयनि नेला’ (जमीन जहाँ फूल नहीं खिलते’) तथा ‘अभयारण्यम’ प्रकाशित।वी...

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बर्फबारी : ज्ञान प्रकाश विवेक

बर्फबारी : ज्ञान प्रकाश विवेक

गजल लेखन में सक्रिय। गजल, उपन्यास, कहानी, आलोचना आदि की तीस पुस्तकें प्रकाशित। अद्यतन गजल संग्रह ‘घाट हजारों इस दरिया के’। बर्फ गिर चुकी है। तीन दिन तक बर्फबारी। रुक-रुककर तो कभी निरंतर। बर्फ इतनी गिरी है कि हर शय का चेहरा, बर्फ का चेहरा बन गया है। हर तरफ सफेद रंग।...

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टोल टैक्स : जयनंदन

टोल टैक्स : जयनंदन

सात उपन्यास, बाईस कहानी संग्रह, तीन नाट्य संग्रह तथा तीन वैचारिक लेखों के संकलन। फिलहाल टाटा स्टील से अवकाश प्राप्ति के बाद पूर्णकालिक लेखन। गांव के एक छोटे किसान पलकधारी का बेटा तरेगन प्रसाद एक बहुत ही मेधावी और विलक्षण लड़का था। गांववाले उस पर फख्र करते थे और उसे...

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रूप-विरूप : राजेंद्र लहरिया

रूप-विरूप : राजेंद्र लहरिया

वरिष्ठ लेखक। अद्यतन कथा संचयन ‘राजेंद्र लहरिया की चुनिंदा-कहानियां’। उस समय सुधाकर ‘वानी’ अपनी चित्र-प्रदर्शनी की सफलता की खुशी में मगन था। मगन अर्थात अपने घर के बाहर की तरफ खुलने वाले उस कमरे में, जिसे वह अपना ‘ड्राइंग रूम’ कहता था, अपने तीन निकटतम मित्रों के साथ...

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सेवती का ककवा गंधरू का रुमाल : रजनी शर्मा बस्तरिया

सेवती का ककवा गंधरू का रुमाल : रजनी शर्मा बस्तरिया

वरिष्ठ लेखिका। कहानी और कला-संस्कृति की 14 पुस्तकें प्रकाशित। अंग्रेजी की व्याख्याता। कई पुरस्कारों से सम्मानित। अबूझमाड़ का वह गांव। सागौन, साल, शीशम के पेड़। दस कोस दूर झोपड़ियां, जहां छत से आसमान झांकता हो। पहाड़ों की ओट से धूप, नदी, तालाब, पोखर, सारे पड़ोसी हों। इसलिए...

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उन्हें भी हमसफर चाहिए : अर्चना पैन्यूली

उन्हें भी हमसफर चाहिए : अर्चना पैन्यूली

डेनमार्क की प्रवासी कथाकार। चार उपन्यास और तीन कहानी संग्रह प्रकाशित। एक डेनिश -हिंदी अनुवाद भी। अद्यतन उपन्यास ‘कैराली मसाज पार्लर’। ईशान और मैं अपने छात्र जीवन के दौरान यूबीसी - यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रिटिश कोलम्बिया, वैंकूवर में मिले थे, मगर हमारी असली डेटिंग टोरंटो आकर...

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करारनामा : दिव्या माथुर

करारनामा : दिव्या माथुर

इंग्लैंड में वरिष्ठ प्रवासी कथाकार और कवयित्री। आठ कहानी संग्रह प्रकाशित। वातायन-यूके की संस्थापक। लंदन के नेहरू सेंटर में वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी। अद्यतन उपन्यास ‘तिलिस्म’। नील का पीछा करने का मेरा कोई इरादा नहीं था, न ही कोई औचित्य। हमारे विवाह के करारनामे में...

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सवालों के जवाब : तेजेंद्र शर्मा

सवालों के जवाब : तेजेंद्र शर्मा

इंग्लैंड में प्रवासी कथाकार और कवि। 10 से अधिक कहानी संग्रह प्रकाशित। लंदन से प्रकाशित ‘पुरवाई’ का संपादन। नेहरू सेंटर में हिंदी कार्यक्रमों का आयोजन, साहित्यिक रूप से लगातार सक्रिय। अद्यतन पुस्तक ‘तू चलता चल’। ‘रिची, मैं किसी नेत्रहीन व्यक्ति की सहायता नहीं कर...

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उदास बेनूर आंखें : सुधा ओम ढींगरा

उदास बेनूर आंखें : सुधा ओम ढींगरा

अमेरिका में वरिष्ठ प्रवासी कथाकार। दो उपन्यास और सात कहानी संग्रह प्रकाशित। ‘विभोम-स्वर’ त्रैमासिक पत्रिका से जुड़ीं। अद्यतन उपन्यास ‘दृश्य से अदृश्य का सफर’। उसके ऑफिस में आते ही गौरव मुखी को पता चल जाता है कि वह आ गई है और वह उसे देखने को बेचैन हो जाता है। ऑफ़िस में...

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वह अधूरी नहीं : रेखा राजवंशी

वह अधूरी नहीं : रेखा राजवंशी

सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में प्रवासी कथाकार और कवयित्री। कहानी और कविताओं की आठ पुस्तकें। ‘अनन्या’ पत्रिका की संपादक। अद्यतन पुस्तक ‘प्रवासी कथाकार शृंखला’। अपने घर की बालकनी में बेचैनी से टहलती हुई अपर्णा जाने कितने साल पीछे चली गई थी। यादों के दरीचे खुल गए थे और न जाने...

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अतिथि थे वे : इला प्रसाद

अतिथि थे वे : इला प्रसाद

ह्यूस्टन, अमेरिका की प्रवासी कथाकार एवं कवयित्री। पांच कहानी संग्रह और एक उपन्यास प्रकाशित। ह्यूस्टन सेंट थामस यूनिवर्सिटी में फिजिक्स की प्राध्यापिका। ‘विश्व हिंदी न्यास’, अमेरिका के निदेशक मंडल की सदस्य।अद्यतन पुस्तक ‘मेरी चयनित कहानियां’। ‘पाप क्या है?’ ‘अपनी...

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टूटी पेंसिल : हंसा दीप

टूटी पेंसिल : हंसा दीप

कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो में लेक्चरर के पद पर कार्यरत। चार उपन्यास और छह कहानी संग्रह प्रकाशित। गुजराती, मराठी, बांग्ला, अंग्रेजी, उर्दू एवं पंजाबी में पुस्तकों और रचनाओं का अनुवाद। अद्यतन पुस्तक ‘मेरी पसंदीदा कहानियाँ’।   पिछले कई बरसों से हर दो साल के...

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फिर ठेस (सिरचन की शेषकथा*) : प्रेम रंजन अनिमेष

फिर ठेस (सिरचन की शेषकथा*) : प्रेम रंजन अनिमेष

    चर्चित कथाकार। साहित्य की कई विधाओं में लेखन। कहानी संग्रह ‘लड़की जिसे रोना नहीं आता था’, ‘माई रे...’, ‘एक मधुर सपना’, ‘पानी पानी’, ‘एक स्वप्निल प्रेमकथा’ आदि। बच्चों के लिए भी लेखन। संगीत से लगाव।   ‘सिरचन सुन!’ सुन कर सिरचन को अच्छा लगा! कम से कम...

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मणिपुर – एक प्रेम कथा : रीतामणि वैश्य

मणिपुर – एक प्रेम कथा : रीतामणि वैश्य

    पूर्वोत्तर की विशिष्ट हिन्दी लिखिका। गौहाटी विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की सह आचार्य।  असमीया और हिंदी- दोनों भाषाओं में लेखन कार्य। असमिया के साथ हिंदी में ‘मृगतृष्णा’ (हिंदी कहानी संकलन), ‘लोहित किनारे’ (असम की महिला कथाकारों की श्रेष्ठ कहानियों का...

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आंचल के बीज : नासिरा शर्मा

आंचल के बीज : नासिरा शर्मा

    साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कथाकार। उपन्यास, कहानी संग्रह, बाल साहित्य आदि की लगभग 25 पुस्तकें प्रकाशित। अद्यतन उपन्यास ‘अल्फ़ा बीटा गामा’।   वह मालन नहीं धोबन थी, मगर गूंथती थी वह गेंदे की फूल-मालाएं। इसलिए इस नई गली में उसे कोई सूरज की मां...

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