वरिष्ठ कथाकार। पांच कहानी संग्रह और दो उपन्यास अब तक प्रकाशित। ‘यह विवाह हम पिता जी के हठ और खुशी के वास्ते कर रहे हैं, क्योंकि उनको कष्ट नहीं पहुंचा सकते। आशा है तुम मेरी विवशता समझोगी।’ - तुम्हारा मनोहर किस्सा यों... वह, जो बच्ची की उम्र में लड़की और लड़की की उम्र...

Recent Comments